किसी को गौरीनाथ का नसा। किसी को औघड़नाथ का नसा। किसी को गौरीनाथ का नसा। किसी को औघड़नाथ का नसा।
हद से गुज़र केदेखो कभीमोहब्बत कर के देखो कभी हद से गुज़र केदेखो कभीमोहब्बत कर के देखो कभी
छीन लेना चाहता है पुनः सारी हसरतें और चंद मुस्कुराहटें। छीन लेना चाहता है पुनः सारी हसरतें और चंद मुस्कुराहटें।
बिना बोले बहुत कुछ कह जाते हो,जब कभी धीरे से मुस्कुराते हो,पहले कुछ सुनाते हो, खुद खामोश होकर सबको ह... बिना बोले बहुत कुछ कह जाते हो,जब कभी धीरे से मुस्कुराते हो,पहले कुछ सुनाते हो, ख...
एक मुलाकात। एक मुलाकात।
तुम मेरे मीत हो, तुम ही प्रीत हो, तुम ही छंद भी, तुम ही गीत हो। तुम मेरे मीत हो, तुम ही प्रीत हो, तुम ही छंद भी, तुम ही गीत हो।